कौन हैं बीजेपी के टिकट पर दिल्ली विधानसभा का चुनाव जीतने वाले Vijendra Gupta, जो हैं दिल्ली विधानसभा में नेता विपक्ष
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बीजेपी के चुनाव निशान पर 2020 में दिल्ली का विधानसभा चुनाव जीतने वाले गिने चुने विधायकों में शामिल विजेंद्र गुप्ता जन्म 14 अगस्त 1963 को हुआ था। वे वर्तमान में रोहिणी निर्वाचन क्षेत्र से विधान सभा के सदस्य हैं और भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य भी हैं। दिल्ली राज्य चुनाव 2015 में वे जीतने वाले तीन भाजपा उम्मीदवारों में से एक थे और भाजपा की दिल्ली राज्य इकाई के अध्यक्ष भी थे। बदरपुर से विधायक रहे रामवीर सिंह बिधूड़ी को नेता विपक्ष चुना गया लेकिन इस बार उनके सांसद बनने के बाद यह पद खाली हो गया था। जिसके बाद पार्टी ने यह जिम्मेदारी विजेंद्र गुप्ता को दी है।
2015 से हैं विधायक हैं विजेंद्र गुप्ता
साल 2015 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के सिर्फ तीन विधायक ही दिल्ली में रहे, जिसमें से एक विजेंद्र गुप्ता थे। साल 2020 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी विधायकों की संख्या 3 से बढ़कर 8 हो गई। इस बार बदरपुर से विधायक रहे रामवीर सिंह बिधूड़ी को नेता विपक्ष चुना गया। उनके सांसद बनने के बाद यह पद खाली हो गया था। विजेंद्र गुप्ता दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष का पद भी संभाल चुके हैं। विजेंद्र गुप्ता दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष भी रहे हैं। इस दौरान सदन में एक बार वे मेज पर भी चढ़ गए थे। वहीं वैट संशोधन के कागजात को फाड़ दिया था। एक बार उन्हें सदन की कार्यवाही से मार्शल के जरिए बाहर करा दिया गया था। ऐसे में विजेंद्र गुप्ता कई बार विवादों में भी रह चुके हैं।
व्यक्तिगत जीवन
बीजेपी विधायक गुप्ता ने 1 नवंबर 1987 को शोभा गौतम से विवाह किया जो अब डॉ. शोभा विजेंद्र बन गईं, उन्होंने “सम्पूर्णा” नामक अग्रणी एनजीओ की स्थापना की। उनकी एक बेटी है जिसका नाम आइना है जिसका विवाह वरुण नायर से हुआ है और एक बेटा है जिसका नाम आधार है जिसका विवाह गरिमा जैन से हुआ है।
राजनीतिक सफर
श्री राम कॉलेज ऑफ कॉमर्स के पूर्व छात्र और रोहिणी से तीन बार पार्षद रहे गुप्ता दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ के पूर्व उपाध्यक्ष हैं । उन्होंने 1980 में जनता विद्यार्थी मोर्चा के सचिव के रूप में अपना राजनीतिक जीवन शुरू किया। 1983 में उन्हें जनता विद्यार्थी मोर्चा के संयुक्त संयोजक के रूप में पदोन्नत किया गया। 1995 में उन्हें केशवपुरम जिले में भारतीय जनता युवा मोर्चा का अध्यक्ष नियुक्त किया गया। उनकी चुनावी यात्रा 1997 में शुरू हुई जब वे दिल्ली नगर निगम के पार्षद चुने गए । वे 1997 से 1998 तक दिल्ली नगर निगम की विधि एवं सामान्य प्रयोजन समिति के अध्यक्ष तथा 2001 से 2002 तक उच्चाधिकार प्राप्त गृहकर समिति के उपाध्यक्ष रहे। वे रोहिणी से तीन बार नगर निगम चुनाव जीत चुके हैं , वह भी दिल्ली में सबसे अधिक अंतर से। गुप्ता ने रोहिणी को एक आदर्श नगर इकाई के रूप में विकसित किया है।
2002 में उन्हें दिल्ली भाजपा का सचिव बनाया गया। गुप्ता ने 2009 का लोकसभा चुनाव भी चांदनी चौक निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस के कपिल सिब्बल के खिलाफ लड़ा था, लेकिन हार गए थे। गुप्ता को 15 मई 2010 को भाजपा दिल्ली का अध्यक्ष मनोनीत किया गया। उन्होंने 2013 का दिल्ली विधानसभा चुनाव नई दिल्ली से लड़ा , लेकिन अरविंद केजरीवाल से हार गए। दिल्ली विधानसभा चुनाव 2015 में उन्होंने रोहिणी से फिर से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। वे जीत हासिल करने वाले तीन भाजपा उम्मीदवारों में से एक थे। विजेंद्र गुप्ता को 16 अप्रैल 2015 को दिल्ली विधानसभा में विपक्ष का नेता (एलओपी) नियुक्त किया गया। उन्होंने 2020 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में रोहिणी के आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार राजेश नामा ‘बंसीवाला’ को 12,000 से अधिक मतों के अंतर से हराया था।
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