Israel Vs Hezbollah War: इस समय इजरायल एक एक कर हिजबुल्ला के कमांडरों को निशाना बना रहा है। बेरूत में पेजर और वॉकी टॉकी धमाके के बाद हिजबुल्ला इतना अधिक डरा हुआ है कि अपने लड़ाकों को इलेक्ट्रानिक गैजेट्स के इस्तेमाल पर रोक लगा दिया है। लेबनान में इजरायली कार्रवाई पर बेंजामिन नेतन्याहू का कहना है कि आम लेबनानी उनका दुश्मन नहीं है। लेकिन जिस तरह से हिजबुल्ला ने आम लोगों के घरों में रॉकेट प्लांट कर रखा उसके खिलाफ तो कार्रवाई होगी। हाल ही में हिजबुल्ला के एक और कमांडर मुहम्मद हुसैन शोरुर को इजरायली डिफेंस फोर्स ने मार गिराया है। फुटेज में बेरूत के दक्षिणी उपनगर में एक आवासीय इमारत में कई विस्फोट होते हुए दिखाई दे रहे हैं। 1973 में दक्षिणी लेबनान के ऐता अल-शाब गांव में जन्मे सरूर को हज अबू सालेह के नाम से भी जाना जाता है और वह 1996 में हिजबुल्लाह में शामिल हो गए थे।
सरुर ने इजरायली सेना के खिलाफ कई रणनीतिक पहलों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और लेबनान की पूर्वी सीमाओं और सीरिया में हिजबुल्ला की लड़ाई में भाग लिया। खासतौर पर हिजबुल्ला की हवाई कमान के नेतृत्व और इजरायली संपत्तियों को निशाना बनाकर ड्रोन और विस्फोटक हमलों के समन्वय में उनकी कथित भागीदारी के लिए जाना जाता था।”उड़ान के दौरान, मैंने हिजबुल्लाह की यूएवी इकाई के प्रमुख पर हमला करने और ‘अन्य चीजों’ को अधिकृत किया था और वह मारा गया।
IDF: Attached is an IDF announcement regarding the elimination of Muhammad Hussein Srour, the Commander of Hezbollah’s Aerial Command: https://t.co/pqgPPHoIta
Attached is video footage of the elimination: https://t.co/8PAYI37uvGhttps://t.co/kpcBq1uBaw pic.twitter.com/xLeRWumifG
— John Spectator (@johnspectator) September 26, 2024
हम तब तक नहीं रुकेंगे
इजरायल का कहना है कि हमारी नीति स्पष्ट है। हम हिजबुल्लाह पर पूरी ताकत से हमला करना जारी रखेंगे और हम तब तक नहीं रुकेंगे जब तक हम अपने सभी लक्ष्य हासिल नहीं कर लेते। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने उड़ान के दौरान सरूर की मौत और हमले के लिए उनके प्राधिकरण की पुष्टि करते हुए कहा। सरुर ने हाल के वर्षों में हिजबुल्लाह के मानव रहित हवाई वाहन क्षमताओं के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने दक्षिणी लेबनान और बेरूत में नागरिक क्षेत्रों के पास विनिर्माण सुविधाएँ स्थापित कीं, जिससे चल रहे संघर्षों के बीच नागरिकों की सुरक्षा के बारे में चिंताएँ बढ़ गईं। इसके अलावा, उन्होंने हिजबुल्लाह की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल इकाई का नेतृत्व किया और कथित तौर पर यमन में हूती संगठन से भी जुड़ा हुआ था।
जिस हवाई हमले में सरूर की मौत हुई, वह इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच बढ़ते संघर्ष की पृष्ठभूमि में हुआ है, जो 7 अक्टूबर को हमास द्वारा किए गए हमले के बाद और भी तीव्र हो गया। तब से, दोनों पक्षों के बीच नियमित रूप से गोलीबारी होती रही है, जिसमें हिजबुल्लाह ने हमास के हमले के जवाब में उत्तरी इजरायल में रॉकेट दागे, जिसके कारण दोनों पक्षों की ओर से सैन्य प्रतिक्रिया बढ़ गईं।