आप संयोजक और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की इस घोषणा के बाद कि वह 48 घंटे बाद मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देंगे। इस फैसले ने दो महत्वपूर्ण प्रश्न खड़े कर दिए हैं। पहला- चुनाव होने तक राष्ट्रीय राजधानी का अस्थायी मुख्यमंत्री कौन रहेगा? दूसरा,-क्या चुनाव आयोग आप नेता के अनुरोध के अनुसार समय से पहले चुनाव कराने की अनुमति देगा? एक अन्य महत्वपूर्ण संकट राष्ट्रपति शासन का मंडराता खतरा है। भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार राष्ट्रपति शासन लगाने को उचित ठहराने के लिए नीतिगत पक्षाघात का हवाला दे सकती...