Israel attacked Beirut: इज़रायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के संयुक्त राष्ट्र को संबोधित करने के एक दिन बाद सेना ने शुक्रवार (27 सितंबर, 2024) को लेबनान की राजधानी बेरूत में हिज़्बुल्लाह के केंद्रीय मुख्यालय पर हमला किया. बेरूत में विस्फोट के बाद आसमान में नारंगी और काले रंग का धुएं का गुब्बार उठता दिखाई दिया. यह हमला राजधानी की अधिक आबादी वाले इलाकों दक्षिणी उपनगरों में से एक पर किया गया.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, विस्फोट इतना शक्तिशाली था कि इससे बेरूत से लगभग 30 किलोमीटर उत्तर में खिड़कियां हिल गईं और घर हिल गए. इसके बाद विस्फोट स्थल की ओर एम्बुलेंस को जाते देखा गया. हमला एक घंटे बाद हुआ, जब हज़ारों लोग एक शीर्ष हिज़्बुल्लाह कमांडर के अंतिम संस्कार में शामिल हुए थे, जिसकी एक दिन पहले हत्या कर दी गई थी. इससे पहले दिन में एक इजरायली हवाई हमले में लेबनान के सीमावर्ती गांव में नौ लोगों के एक परिवार की मौत हो गई.
बता दें कि लेबनान बढ़ती मौतों, लोगों के विस्थापन और इजरायल और हिज़्बुल्लाह के बीच जंग की आशंका से निपटने के लिए संघर्ष कर रहा है. वहीं, हमले से एक दिन पहले इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने संयुक्त राष्ट्र में विश्व नेताओं को संबोधित किया, जिसमें उन्होंने लेबनान सीमा पर इजरायल के अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने तक हिज़्बुल्लाह पर हमला जारी रखने की कसम खाई. इससे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर युद्धविराम की उम्मीदें और कम हो गईं.
इस सप्ताह इजरायल ने लेबनान में अपने हवाई हमलों को नाटकीय रूप से तेज कर दिया, यह कहते हुए कि वह अपने क्षेत्र में 11 महीने से अधिक समय से हिज़्बुल्लाह की गोलीबारी को समाप्त करने के लिए दृढ़ है. इजरायल के ऑपरेशन का दायरा अभी भी अस्पष्ट है. लेकिन अधिकारियों ने कहा है कि आतंकवादी समूह को सीमा से दूर धकेलने के लिए जमीनी आक्रमण की आशंका है. इजरायल ने तैयारी के लिए हजारों सैनिकों को सीमा की ओर भेजा है. इससे लेबनान के लोगों को 2006 में हुए पिछले इज़रायल-हिज़्बुल्लाह युद्ध के दोहराव का डर है, जो एक महीने तक चला था और जिसने उनके देश के कई हिस्सों में भारी तबाही मचाई थी. उन्हें डर है कि लेबनान को गाजा में इज़रायल द्वारा हमास के खिलाफ़ लगभग एक साल तक चलाए गए अभियान के कारण होने वाली तबाही का सामना करना पड़ सकता है.
वहीं, शुक्रवार (27 सितंबर, 2024) की सुबह इज़रायली हमलों में कम से कम 25 लोग मारे गए. स्वास्थ्य मंत्री फ़िरास अबियाद ने कहा कि इस हफ़्ते लेबनान में मरने वालों की संख्या 720 से ज़्यादा हो गई है. मृतकों में दर्जनों महिलाएं और बच्चे शामिल हैं. इज़रायली सेना ने कहा कि उसने शुक्रवार (27 सितंबर, 2024) को दक्षिण में दो घंटे के दौरान दर्जनों हमले किए, जिसमें सिडोन और नबातियेह शहर भी शामिल हैं. यह हिज़्बुल्लाह के रॉकेट लॉन्चर और बुनियादी ढांचे को निशाना बना रहा था. हिज़्बुल्लाह ने उत्तरी इज़रायली शहर तिबेरियस की ओर रॉकेटों की बौछार की.
इससे पहले एक इजरायली सुरक्षा अधिकारी ने कहा कि लेबनान में हिजबुल्लाह के खिलाफ कोई भी जमीनी अभियान तेजी से चलाया जाएगा. हम इसे कम समय में पूरा करने का प्रयास करेंगे. मुझे लगता है कि हम हर दिन इसकी तैयारी कर रहे हैं और निश्चित रूप से यह हमारे टूलबॉक्स में है. यह टिप्पणी तब आई जब इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच गोलीबारी हुई, जब संयुक्त राज्य अमेरिका और उसके सहयोगी इस सप्ताह लेबनान में 700 से अधिक लोगों की जान लेने वाली झड़पों को रोकने में विफल रहे.
इजरायली सुरक्षा अधिकारी ने कहा कि इजरायली हमलों में कई हिजबुल्लाह आतंकवादी मारे गए और ईरान समर्थित समूह की सैन्य क्षमताओं में काफी कमी आई है. मुझे लगता है कि उन्होंने कई क्षमताएं खो दी हैं. इजरायल पर गोलीबारी करने की हिजबुल्लाह की क्षमता को कम करने के अलावा लेबनान में इजरायली सैन्य अभियानों का लक्ष्य इसके सैन्य नेतृत्व को मारना और सीमा क्षेत्रों को “साफ” करना है, ताकि विस्थापित इजरायली उत्तर में अपने घरों को वापस लौट सकें.
इजराइल के सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल हर्ज़ी हलेवी ने इस सप्ताह हिज़्बुल्लाह के खिलाफ़ ज़मीनी कार्रवाई की आशंका जताई. उन्होंने कहा कि “सभी विकल्प खुले हैं”. वहीं, संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि सोमवार से इजराइली युद्धक विमानों ने देश भर में हिज़्बुल्लाह के गढ़ों पर बमबारी की है, जिससे लगभग 118,000 लोगों का पलायन हुआ है. स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, उस दौरान लेबनान में 700 से ज़्यादा लोग मारे गए हैं.