केंद्रीय नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री प्रल्हाद जोशी ने बिजली मंत्रालय के परामर्श से एक कार्यबल के गठन का प्रस्ताव किया है। इसका मकसद 2030 तक 500 गीगावाट नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता के महत्वाकांक्षी लक्ष्य को पूरा करने के प्रयासों को गति देना है।
जोशी ने उद्योग और संबंधित पक्षों से ऐसी रणनीतियां तैयार करने का आग्रह किया, जिससे देश को समयबद्ध तरीके से लक्ष्य पूरा करने में मदद मिले।
नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (एमएनआरई) ने बृहस्पतिवार को बयान में कहा कि भुवनेश्वर में एक कार्यक्रम में मंत्री ने 500 गीगावाट के लक्ष्य को पूरा करने की दिशा में सभी संबंधित पक्षों के प्रयासों को व्यवस्थित करने के लिए बिजली मंत्रालय के परामर्श से एक कार्यबल के गठन का प्रस्ताव किया है।
उन्होंने कहा कि देश पहले ही स्वच्छ ईंधन स्रोतों से 212 गीगावाट ऊर्जा क्षमता हासिल कर चुका है और 2030 के लक्ष्य को पार करने के रास्ते पर है।
मंत्री ने चुनौतियों से पार पाने और नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में प्रगति में तेजी लाने के लिए सभी पक्षों के बीच ठोस, सहयोगात्मक प्रयासों के महत्व की बात कही।
जोशी ने आश्वस्त किया कि सरकार स्वच्छ ऊर्जा क्षेत्र में तकनीकी प्रगति और नवोन्मेष को बढ़ावा देना जारी रखेगी।