गाजियाबाद के पुलिस आयुक्त अजय कुमार मिश्रा ने मंगलवार को कहा कि 20 पिंक बूथ और इतनी ही संख्या में मोबाइल वाहनों की शुरुआत से गाजियाबाद में अपराध दर में कमी आई है।
मिश्रा ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि दो साल पहले शुरू की गई इस पहल ने अपराध के आंकड़ों पर काफी असर डाला है।
गाजियाबाद पुलिस प्रमुख ने कहा कि पीड़ितों को शिकायत दर्ज कराने में सहज महसूस कराने के लिए प्रत्येक पिंक बूथ पर महिला पुलिस अधिकारी तैनात हैं।
उन्होंने कहा, प्रत्येक पिंक बूथ पर एक महिला उप निरीक्षक, चार मुख्य आरक्षी और अतिरिक्त आरक्षी तैनात हैं, जो सुबह सात बजे से रात 10 बजे तक दो पालियों में काम करते हैं। मिश्रा ने दावा किया कि दहेज हत्या जैसे अपराधों और भारतीय दंड संहिता की धारा 304 बी के तहत मामलों में 36 प्रतिशत की कमी आई है।
उन्होंने कहा, इसके अलावा, दहेज निषेध अधिनियम की धारा 498 ए और 3/4 के तहत महिला उत्पीड़न और दहेज से संबंधित शिकायतों में 30 प्रतिशत तक की कमी आई है। उन्होंने कहा, बलात्कार की घटनाओं में 24.5 प्रतिशत और अपहरण में 16.55 प्रतिशत की कमी आई है।