नीति में बदलाव या अमेरिका को जवाब : गैरपरमाणु देश पर भी रूस कर सकेगा परमाणु हमला
2
Russia Ukraine :�रूस ने परमाणु हथियार के इस्तेमाल को लेकर कुछ बदलाव किया है. इस नए बदलाव के तहत रूस ने गैर परमाणु देश पर परमाणु हमले के दायरे को बढ़ाया है. अगर गैर परमाणु देश को किसी परमाणु शक्ति का समर्थन हासिल है तो ऐसी परिस्थिति में रूस उस गैर परमाणु देश पर परमाणु हमला कर सकता है. रूस का ये फैसल ऐसे समय में लिया गया है, जब अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने जाते जाते यूक्रेन को रूसी क्षेत्र में गहराई तक हमला करने के लिए अपनी लंबी दूरी की मिसाइलों का उपयोग करने की अनुमति दे दी है. वहीँ रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध को 1000 दिन पूरे हो चुके हैं, और ठीक 1000वें दिन रूस ने ये निर्णय लिया है.
अमेरिका ने क्या निर्णय लिया
बाइडन सरकार ने एक देश की एक महत्वपूर्ण नीति में परिवर्तन किया, जिसके तहत यूक्रेन को पहली बार रूस के अंदरूनी हिस्सों में लक्ष्यों पर हमला करने के लिए अमेरिका द्वारा निर्मित ATACMS मिसाइलों का उपयोग करने की अनुमति दी गई. अहम बात ये है कि बाइडन ने ये फैसला अपनी विदाई से दो महीने पूर्व लिया है. ऐसा माना जा रहा है कि डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा भविष में यूक्रेन को सहायता देने में संदेह व्यक्त करने पर बाइडन सरकार ने ऐसा किया है.
रूस ने क्या कहा
क्रेमलिन ने मंगलवार को युद्ध के 1000वें दिन यूक्रेन को हराने की कसम खाते हुए कहा कि कीव के लिए जिस तरह से पश्चिमी देशों का समर्थन सामने आ रहा है, उससे कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा. पश्चिमी सहायता “हमारे इरादों और ऑपरेशन के परिणाम को प्रभावित नहीं कर सकती है. युद्ध जारी है, और पूरा होकर रहेगा.”
वहीँ क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने साफ़ साफ़ कहा कि गैर परमाणु राष्ट्र को अगर कोई परमाणु शक्ति युक्त देश सहायता देता है या उसका समर्थन करता है तो फिर उस आक्रमण को संयुक्त आक्रमण समझा जाएगा. क्रेमलिन का ये सन्देश साफ है और इसका सन्दर्भ यूक्रेन और पश्चिमी समर्थकों से है. इसके साथ ही दिमित्री पेस्कोव ने ये भी स्पष्ट किया कि “कीव के खिलाफ सैन्य अभियान जारी है.” ”रूस ने हमेशा परमाणु हथियारों को निवारण के साधन के रूप में देखा है, और उनका उपयोग केवल तभी किया जाएगा जब रूस को ऐसा करने के लिए “मजबूर” किया जाएगा.