उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में भेड़ियों के हमले लगातार जारी हैं, जबकि वन विभाग ने आदमखोर जानवरों को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान शुरू कर दिया है। हाल ही में महसी क्षेत्र के अलग-अलग गांवों में भेड़ियों ने हमला किया, जिसमें तीन साल की बच्ची की दर्दनाक मौत हो गई। हमले में एक बुजुर्ग महिला भी घायल हो गई, जिसे इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
जानकारी के अनुसार, रविवार रात नौवां गरेठी गांव में तीन साल की बच्ची अपनी मां के साथ घर में सो रही थी, तभी एक भेड़िया उसे खींचकर ले गया। उसकी चीख सुनकर परिवार के सदस्यों ने उसका पीछा किया, लेकिन वह नहीं मिली। ग्रामीणों द्वारा खोजबीन के बाद गांव से कुछ दूरी पर उसका क्षत-विक्षत शव बरामद हुआ।
क्या कहा बहराइच डीएम ने?
बहराइच की जिलाधिकारी मोनिका रानी ने कहा कि चुनौती यह है कि भेड़ियों के हमले एक ही स्थान पर नहीं बल्कि अलग-अलग गांवों में हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि वन विभाग और पुलिस की टीमें लोगों को जागरूक करने के लिए लगातार काम कर रही हैं। उन्होंने कहा, “मैं सभी से अपील करती हूं कि कुछ दिन सतर्क रहें और घर के अंदर ही सोएं। ये घटनाएं अलग-अलग महीनों में हुई हैं। जुलाई से अब तक यह आठवीं घटना है। सरकार इस मुद्दे को लेकर बेहद संवेदनशील है और स्थिति पर कड़ी नजर रख रही है, जिससे कुछ हद तक सफलता भी मिली है। अब तक चार भेड़ियों को पकड़ा जा चुका है।” डीएम ने सामुदायिक जागरूकता और एहतियात की जरूरत पर जोर दिया।
‘ऑपरेशन भेड़िया’ शुरू किया गया
प्रभागीय वन अधिकारी अजीत प्रताप सिंह ने बताया कि जिले में ‘ऑपरेशन भेड़िया’ चल रहा है और भेड़िए अपना स्थान बदल रहे हैं, जिससे उन्हें पकड़ना मुश्किल हो रहा है। सिंह ने बताया कि जिले की महसी तहसील में मार्च से ही भेड़ियों के हमले हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि बरसात के मौसम में 17 जुलाई से हमले बढ़ गए और हमलों में छह बच्चों समेत सात लोगों की मौत हो गई और करीब 30 लोग घायल हो गए।